भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए युवक की फौरन सर्जरी करने का फैसला किया। भोपाल एम्स के निदेशक डॉ रमन सिंह ने मीडिया को बताया कि यह ऑपरेशन बहुत कठिन था, इसमें युवक की जान भी जा सकती थी। क्योंकि चाकू की लंबाई 14 सेंटीमीटर थी। जिससे एलिमेंटरी कैनाल के अलावा, यह मस्तिष्क को रक्त पहुंचाने वाली नसों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।