कर्णिका ने बताया कि पिता की मौत के बाद मां ने जॉब करके मुझको पढ़ाया, मेरी मम्मी सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ड्यूटी पर रहती हैं। उनके वेतन से जो भी आता है, सबसे पहले वह मेरी पढ़ाई पर खर्च करती हैं, इसके बाद पैसे का कुछ करती हैं। कर्णिका सबकी ही चहेती रही है, स्कूल प्रबंधन और ट्यूशन के टीचर ने भी उसकी फीस माफ कर दी।