रिटायरमेंट के बाद जब घर लौटा वीर योद्धा, तो अपना स्वागत देखकर हो गया इमोशनल
राजगढ़, मध्य प्रदेश. दुश्मनों से देश की रक्षा करने वाले वीर योद्धाओं का जितना सम्मान किया जाए, कम है। सरहद पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश और देशवासियों की रक्षा करने वाले सैनिकों पर हर भारतीयों को गर्व है। ऐसा ही गौरवान्वित करने वाला मंजर राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ कस्बे में देखने को मिला। यहां 17 साल की सेवाओं के बाद जब एक सैनिक अपने घर पहुंचा, तो उसके स्वागत में मानों सैलाब उमड़ पड़ा। महिलाओं ने उसकी आरती उतारी। लोगों ने उसे घोड़े पर दूल्हे की तरह बैठाया और गाजे-बाजे के साथ उसे घर लाया गया। अपना ऐसा स्वागत देखकर सैनिक भावुक हो उठा। उसे उम्मीद नहीं थी कि लोग उसका ऐसा भव्य स्वागत करेंगे। यह सैनिक हैं मनीष चोपड़ा। वे सोमवार को अपने शहर पहुंचे थे। लोगों ने उन्हें घोड़े पर बैठाकर घुमाया। इस दौरान जगह-जगह फूल बरसाकर उनका स्वागत किया गया। बस स्टैंड पर एक मंच बनाकर समापन कार्यक्रम रखा गया। वहां भारत माता का चित्र भी रखा गया था। यहां लोगों ने भूतपूर्व सैनिक का सम्मान किया।
बता दें कि मनीष जब भी छुट्टियों में नरसिंहगढ़ आते थे, यूथ को सेना में भर्ती होने की ट्रेनिंग देते थे। उनकी ट्रेनिंग का ही नतीजा है कि कस्बे के 47 युवक और 7 युवतियां इन दिनों सेना में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
बहरहाल, मनीष ने जब सोमवार को नरसिंहगढ़ में कदम रखा, तो लोगों ने उन्हें अपने कंधे पर उठा लिया। महिलाओं ने आरती उतारकर उनका स्वागत किया।
मनीष ने बताया कि उन्होंने देश की उत्तर, पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं पर अपनी सेवाएं दीं। देश के लिए सीमाओं पर खड़े रहना गौरव से कम नहीं है।
मनीष के साथ सेल्फी खिंचवाने की भी लोगों में होड़ लगी रही। उनकी स्वागत रैली के दौरान देशभक्ति से ओतप्रोत गीत और नारे गूंज रहे थे।
स्वागत रैली से पहले मनीष हाइवे स्थित मारुतिनंदन मंदिर पहुंचे। यहां हनुमानजी से आशीर्वाद लिया। इसके बाद स्वागत रैली शुरू हुई।
रास्ते में मनीष ने अमर शहीद कुंवर चैन सिंह और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमाओं को भी सैल्यूट किया।