जबलपुर, मध्य प्रदेश. बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। लेकिन इसके पीछे एक वजह सरकारी या फिर प्राइवेट जॉब की ख्वाहिश होती है। जबकि खुद का काम-धंधा अधिक कमाई का जरिया साबित हो सकता है। जबलपुर की रहने वालीं वंदना अग्रवाल और उनकी ननद डॉ. मोनिका अग्रवाल ने 12 साल के अंदर अपना काम-धंधा ऐसा जमाया कि आज इनका सालाना टर्न ओवर करीब 2 करोड़ रुपए है। भाभी-ननद मिलकर डेयरी चलाती हैं। उनकी डेयरी टोटली हाईटेक है। डिलीवरी, पेमेंट से लेकर मेंटेनेंस तक सभी हाईटेक है। ये 400 घरों तक दूध और पनीर, खोया आदि की डिमांड पूरी करती हैं। 44 वर्षीय वंदना एनवायरमेंटल साइंस से मास्टर्स हैं। वहीं, 36 वर्षीय मोनिका वेटनरी डॉक्टर। ये दोनों चाहतीं, तो कोई अच्छी-सी जॉब कर सकती थीं, लेकिन इन्होंने खुद का कुछ करने का ठानी और आज जबलपुर की नामचीन डेयरी चलाती हैं। जानिए कैसे हुई डेयरी की शुरुआत...