मुंबई, महाराष्ट्र. शनिवार रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में भारत के 5 जांबाज शहीद हो गए। ऐसा पहला मौका नहीं है, जब भारत के सपूतों ने देश पर अपनी कुर्बानी दी है। आइए सुनाते हैं आपको शहीद मेजर कौस्तुभ की कहानी। इसे बताने का सिर्फ यही मकसद है कि आप देश के इन वीरों को हमेशा याद रखें। मेजर कौस्तुभ राणे 7 अगस्त 2018 में जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में शहीद हो गए थे। इस दौरान उनकी उम्र महज 29 साल थी।