नागपुर (महाराष्ट्र). कोरोना वायरस की दूसरी लहर इस कदर बेकाबू हो गई है कि लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। लेकिन डॉक्टर और नर्स अपना घर-परिवार भूलकर मरीजों को बचाने में दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं। इसी बीच नागपुर की एक महिला डॉक्टर ने कर्त्तव्य और फर्ज की अनूठी मिसाल पेश की है। उन्होंने दूसरों की जिदंगी की खातिर अपनी शादी तक तोड़ दी। लड़के वाले कोरोनाकाल में शादी करने के लिए अड़े हुए थे। जबकि डॉक्टर का कहना था कि अभी विवाह को टाला जा सकता है। जब वह नहीं माने तो डॉक्टर ने उस लड़के से शादी करने से ही मना कर दिया। कहा- इस वक्त हमारी शादी से ज्यादा जरूरी मरीजों का इलाज है। मुझसे मरीजों को दर्द और उनकी बेबसी नहीं देखी जाती है। पढ़िए कैसे जान हथेली पर रख बखूबी निभा रहे ड्यूटी का फर्ज...