गलवान नदी में गिरे अपने 2 साथियों की जान बचाने यह जाबांज हो गया शहीद, आखिरी सैल्यूट करने उमड़ी भीड़

नासिक, महाराष्ट्र. चीन की बढ़ती हरकतों को देखते हुए पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में बड़ी संख्या में भारतीय सैनिक तैनात किए गए हैं। इसी बीच गलवान नदी में गिरे अपने दो साथियों की जान बचाने शहीद हुए नायक सचिन मोरे का शनिवार को नासिक में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर 15/16 जून की झड़प के बाद भारतीय सैनिकों का संख्या बढ़ाई गई है। इसी दौरान ड्यूटी करते हुए सचिन मोरे और लांस नायक सलीम खान नदी में गिरकर शहीद हो गए थे। घटना बुधवार की है। शहीद मोरे का मालेगांव के शाकोरी गांव में अंतिम संस्कार हुआ। मुखाग्नि उनके भतीजे हर्षल ने दी। शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए महाराष्‍ट्र के उप मुख्‍यमंत्री अजित पवार ने ट्वीट किया कि मोरे के दो साथी उस समय नदी में गिर गए थे जब गलवान नदी पर पुल निर्माण का कार्य जारी था। वे उन्हें बचाने शहीद हो गए।
 

Asianet News Hindi | Published : Jun 27, 2020 12:37 PM IST / Updated: Jun 29 2020, 07:01 PM IST

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गलवान नदी में गिरे अपने 2 साथियों की जान बचाने यह जाबांज हो गया शहीद, आखिरी सैल्यूट करने उमड़ी भीड़
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गलवान नदी में गिरे अपने साथियों को बचाने में सचिन नायक के अलावा लांस नायक सलीम खान भी शहीद हुए थे।

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शहीद को अंतिम सलामी देने गांव के सैकड़ों लोग मौजूद थे। इस दौरान शहीद जिंदाबाद के अलावा भारत माता की जय के नारे लगते रहे।

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इससे पहले शुक्रवार को शहीद सचिन मोरे का पार्थिव शरीर नासिक पहुंचा था।

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सचिन मोरे का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
 

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शहीद सचिन मोरे को अंतिम सलामी देती सैनिकों की टुकड़ी।
 

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ऐसे ही वीरों के कारण भारतीय सीमा दुश्मनों से सुरक्षित है।

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