अनिल देशमुख इससे पहली बार भी कई बार चर्चा में रह चुके हैं। 2001 में उनके खिलाफ खाद्य और उत्पाद मामले में ड्रग्स के आरोप थे, लेकिन वह राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। जब उन्होंने महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में राष्ट्रगीत को अनिवार्य कर दिया था, तब भी उनकी चर्चा हर जगह थी। वहीं राज्य में गुटखा खाने पर पाबंदी लगा दिया था उस दौरान भी वह चर्चा में रहे।