ये तस्वीरें मुंबई के जोशीले जीवन को दिखाती हैं, लेकिन इस बार टूट जाएंगी वर्षों पुरानी कई परंपराएं

मुंबई. कोरोना संक्रमण ने जिंदगी पर गहरा असर डाला है। इस साल तीज-त्योहारों पर भी पहले जैसी चहल-पहल नहीं रहेगी। महाराष्ट्र..खासकर मुंबई में गणेशोत्सव का अपना एक अलग रंग होता रहा है, लेकिन इस बार यह रंगत फीकी रहेगी। 86 साल बाद मुंबई के मशहूर गणपति 'लालबाग के राजा' नहीं विराजेंगे। इन्हें 'लालबागचा राजा' भी कहते हैं। यह मूर्ति जिस जगह स्थापित होती है, वो  पूरा एरिया कंटेनमेंट है। 1200 सदस्यों की कमेटी ने यह फैसला लिया है। यह मीटिंग भी जूम एप पर हुई थी। बता दें कि महाराष्ट्र में 1 लाख 75 हजार कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 7855 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि 90 हजार से ज्यादा ठीक हो चुके हैं। अकेले मुंबई में संक्रमितों की संख्या 78 हजार के करीब पहुंच गई है। मुंबई में संक्रमण रोकने धारा 144 लागू की गई है। यह 15 जुलाई तक प्रभावी रहेगी। आगे देखिए पिछले साल के गणेशोत्सव की कुछ तस्वीरें....

Asianet News Hindi | Published : Jul 2, 2020 9:46 AM IST / Updated: Jul 02 2020, 03:19 PM IST
121
ये तस्वीरें मुंबई के जोशीले जीवन को दिखाती हैं, लेकिन इस बार टूट जाएंगी वर्षों पुरानी कई परंपराएं

उल्लेखनीय है कि लालबाग के राजा के दर्शन करने हर दिन लाखों लोग आते रहे हैं। इनमें अमिताभ बच्चन से लेकर अमित शाह तक शामिल हैं। लालबाग के राजा की मूर्ति की हर साल थीम बदली जाती है। मूर्ति की हाइट 12 फीट तक होती है। 

221

इस बार छोटी मूर्तियों पर जोर रहेगा। मूर्तियों के साथ आयुष्मान खुराना।

321

शिल्पा शेट्टी भी हर साल अपने घर पर गणेशजी की स्थापना करती रही हैं।

421

नील नितिन मुकेश अपने घर पर गणेश स्थापना के दौरान।

521

नाना पाटेकर भी घर पर गणेशजी की स्थापना करते हैं।

621

नितिन मुकेश गणेश प्रतिमा के साथ।

721

इस तरह की प्रतिमाएं विराजी जाती रही हैं।

821

मुंबई में इतनी बड़ी प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र रही हैं।

921

इस साल बड़ी प्रतिमाएं नहीं दिखाई देंगी।

1021

इन प्रतिमाओं को समुद्र में विसर्जित किया जाता रहा है।

1121

बड़ी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए बड़ी संख्या में लोग लगते हैं।

1221

इस बार इतनी बड़ी प्रतिमाओं की मांग नहीं है।

1321

मुंबई में गणोत्सव का अपना ही एक रंग होता रहा है।

1421

कोरोना के चलते गणेशोत्सव पर असर पड़ा है।

1521

इस साल ऐसी भीड़ को रोकने बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना नहीं हो रही है।

1621

इस साल छोटी प्रतिमाओं को ही तवज्जो दी जा रही है।

1721

कोरोना संक्रमण को देखते हुए त्योहार सादगीपूर्ण तरीके से मनाया जाएगा।

1821

हर साल कुछ ऐसी भीड़ होती रही है।

1921

महाराष्ट्र का गणेशोत्सव देशभर में प्रसिद्ध है।

2021

गणेशोत्सव में लाखों लोग उमड़ते रहे हैं।

2121

इस साल यह नजारा देखने को नहीं मिलेगा।

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos