किसी और की गलती मासूमों की जिंदगी कैसे छीन लेती है, ये शॉकिंग घटनाएं यही दिखाती हैं

मुंबई. बड़ों की एक गलती मासूम बच्चों की जिंदगी पर कैसे भारी पड़ जाती है...ये हादसे इसी के बारे में बताते हैं। पहला मामला मुंबई से सटे काशी मीरा इलाके का है। यहां खेलते हुए एक मासूम बच्ची सीवर लाइन के मेनहोल में गिर गई। हादसे में उसकी मौत हो गई। इस मामले में नगर निगम की लापरवाही सामने आई है। 4 साल की आफिफा के पिता मुस्तफा ने बताया कि दीपावली के अगले दिन वे उसे लेकर अपनी बहन के घर गए थे। वहीं पर मंगलवार शाम को यह हादसा हुआ। इस मामले में काशी मीरा पुलिस ने केस दर्ज करके जिम्मेदार व्यक्ति का पता लगाने के लिए मीरा भायंदर नगर निगम से जानकारी मांगी है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि नगर निगम ने सौंदर्यीकरण के लिए मेनहोल के ढक्कन को हटाया था। इस पर दो दिन बाद जाली लगनी थी। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...

Asianet News Hindi | Published : Nov 19, 2020 5:04 AM IST

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किसी और की गलती मासूमों की जिंदगी कैसे छीन लेती है, ये शॉकिंग घटनाएं यही दिखाती हैं

मेनहोल को खुला छोड़ना मासूम बच्ची की जिंदगी पर भारी पड़ा। वो खेलते हुए उसमें जा गिरी। जब वो नहीं मिली, तो परिजन उसे ढूंढ़ने लगे। बाद में मालूम चला कि वो मेनहोल में पड़ी है। आगे पढ़ें-खेल-खेल में मर गईं 3 साल की जुड़वां बच्चियां, यह घटना ALERT है कि छोटे बच्चों का रखें ध्यान

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राजकोट, गुजरात. यह मामला दीपावली से पहले सामने आया था। मां दीपावली के लिए घर की साफ-सफाई में लगी थी। बाहर उसकी 3 साल की जुड़वां बेटियां निष्ठा और निहारिका खेल रही थीं। मां का पता तक नहीं चला कि वे दोनों कब पानी की टंकी में झांकते हुए गिर पड़ीं और डूबकर मर गईं। टंकी पर ढक्कन लगाना भूलना त्यौहार पर इस परिवार में मातम पसार गया। यह हादसा जिले के डोलासा गांव में हुआ। यहां रहने वाले विपुलभाई और उनकी पत्नी किरणबेन की तीन बेटियां हैं। इनमें से सबसे छोटी जुड़वां हादसे का शिकार हो गईं। लॉकडाउन के चलते यह परिवार लंबे समय से अपने पैतृक गांव डोलासा में रह रहा था। आगे पढ़ें-बैडमिंटन खेलते हुए कॉक दूर जा गिरी, मासूम उसे उठाने जैसे ही झुका...मौत बनकर आ गई पड़ोसी की कार

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खेल-खेल में 7 साल के मासूम की एक्सीडेंट में मौत का यह मामला राजस्थान के जयपुर में सितंबर में आया था। बच्चा घर के बाहर बैडमिंटन खेल रहा था, तभी फॉरच्यूनर गाड़ी ने उसे कुचल दिया। हादसा करधनी इलाके में निवारू रोड स्थित सरस्वती नगर में हुआ था। फॉरच्यूनर ड्राइवर का ध्यान न मालूम कहा था कि उसे 20 फीट दूर खेल रहा बच्चा भी नहीं दिखा। बच्चे का नाम शिवराज सिंह उर्फ हनी था। आगे पढ़ें इसी हादसे के बारे में...

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हादसे के बाद गली बच्चे के खून से सन गई। दूर उसकी चप्पलें पड़ी थीं। यह देखकर लोगों की रूह कांप उठी। आगे पढ़ें इसी हादसे के बारे में...

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बच्चे के परिजनों ने आरोप लगाया था कि ड्राइवर कॉलोनी में 4-5 गाड़ियां पार्क कर देता था। इससे कॉलोनी का रास्ता बंद हो जाता था। आरोप है कि उसने जानबूझकर यह एक्सीडेंट किया। आगे पढ़ें इसी हादसे के बारे में...

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शिवराज अपनी माता-पिता की इकतौली संतान था। वह पहली कक्षा का स्टूडेंट था। बच्चे के पिता रोहिताश सिंह एक फाइनेंस कंपनी में जॉब करते हैं। आगे पढ़ें इसी हादसे के बारे में...

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बच्चे के दादा पृथ्वी सिंह ने बताया कि वे मूलरूप से झुंझुनूं के चिड़ावा स्थित सुल्ताना गांव के रहने वाले है। हालांकि यहां 15 साल से रहते आ रहे हैं।

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