दूसरों के घर में बर्तन मांजने वाली नौकरानी बन गई लाखों की मालकिन, इसके पीछे ये है वजह
मुंबई. महिलाएं किसी से कम नहीं होती। उनके भीतर भी सपने देखने और उन्हें पूरा करने का फौलादी जज्बा होता है। हजार मुश्किलों को पार करके भी लोगों के लिए प्रेरणा बन जाती हैं। एक समय में उन पर हंसने वाले और ताने देने वाले भी उनकी सफलता देख दंग रह जाते हैं। ऐसी महिलाएं अपने कामों से दूसरों की आदर्श बन जाती हैं। इसलिए महिलाओं के सम्मान में हर साल 8 मार्च को महिला दिवस (Women's Day) मनाया जाता है। महिला सशक्तिकरण और उनको प्रोत्साहित करने किए महिला दिवस 2020 पर हम आपको धावक सीमा वर्मा की कहानी सुना रहे हैं......
Asianet News Hindi | Published : Mar 2, 2020 6:52 AM IST / Updated: Mar 02 2020, 12:27 PM IST
मुंबई के नालासोपारा इलाके में रहने वाली सीमा वर्मा कई सिंगल मदर्स के लिए प्रेरणास्रोत हैं। सीमा पिछले कई वर्षों में ढेरों पुरस्कार जीत चुकी हैं। सिंगल मदर सीमा ने अपने बच्चे के पालन-पोषण के लिए रेसिंग को अपना पेशा बनाया था। अब रेस जीतकर सीमा भले लाखों रुपये कमा रही हों लेकिन एक समय में वो दूसरों के घर की नौकरानी थीं।
उनकी यही कहानी महिलाओं को प्रोत्साहित कर रही है, पर इसमें बहुत सा दर्द छिपा हुआ है। 38 साल की सीमा की निजी जिंदगी बेहद कटु अनुभवों से गुजरी। उन्हें शादी के बाद ससुराल में बड़े कष्ट उठाने पड़े। बच्चे के खातिर उन्हें घरेलू नौकरानी का भी काम करना पड़ा।
दरअसल सीमा जब 17 साल की थीं तब उनकी शादी एक शराबी से हो गई थी। शराबी पति ने उन्हें और उनके बच्चे को 4 साल बाद ही छोड़ दिया। इसके बाद सीमा को अपने बच्चे के पालन के लिए नौकरी करनी पड़ी। यहां तक कि उन्हें नौकरानी का काम करना पड़ा।
इस बीच उनकी 'मैमसाहिब' उनके लिए देवदूत बन गईं। उनकी मालकिन को पता था कि सीमा को खेल पसंद है। उसी मालकिन ने सीमा को दौड़ने को अपना पेशा बनाने की सलाह दी। इसके बाद उन्होंने मैराथन आदि में रेस लगाना शुरू कर दिया। अब उन्हें दौड़ते हुए 8 साल बीत गए हैं। इसी से उनका घर चल रहा है।
38 साल की सीमा कितना कमाती हैं इसकी सटीक जानकारी नहीं है लेकिन उनका कहना है कि जब वह रेस जीततीं तो करीब 20 हजार रुपये उन्हें मिल जाता है। उन्होंने कहा कि इस आय से उनका खर्च चलता है।
सीमा अब तक 14 रेस जीत चुकी हैं जिससे उन्हें कुल करीब 2 लाख रुपये मिला है। यह उनके घरेलू नौकरानी की कमाई से ज्यादा है। 19 साल के बच्चे की मां सीमा प्रतियोगिता जीतकर इनाम की राशि से अपना खर्च चला रही हैं।