रसेल्स वाइपर भारत में पाया जाता है। भारत में हर साल सर्पदंस से करीब 58 हजार लोगों की मौत होती है। मरने वालों का बड़ा हिस्सा रसेल्स वाइपर का शिकार होता है। यह सांप मुख्य रूप से धान के खेतों में रहता है, जहां यह चूहों और अन्य छोटे जानवरों का शिकार करता है। इस सांप का छलावरण बहुत अच्छा होता है। इसका रंग और शरीर पर बने निशान इसे खेतों में घास और धान के बीच छिपने में मदद करते हैं। लोग इसे देख नहीं पाते और करीब चले जाते हैं, जिसके चलते वे हादसे का शिकार हो जाते हैं।
इस सांप का जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है, जिससे पीड़ित के शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं। इसके साथ ही जहर में कॉगुलेंट भी होता है, जिससे पीड़िता का खून मोटा और चिपचिपा होकर नसों में जम जाता है। पीड़ित को तेज दर्द होता है और सही इलाज नहीं मिलने पर जल्द ही मौत हो जाती है।