कोरोना से चली जाएगी जान, या संक्रमित व्यक्ति को छूने से तुरंत हो जाएगी मौत; जानें 10 अफवाहों का सच
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर जारी है। यह अब तक 70 देशों में फैल चुका है। अब तक इससे करीब 3100 लोगों की मौत हो चुकी है। 90 हजार लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं। अकेले चीन में अब तक 2943 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान में भी 77 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, अब तक सुरक्षित रहे भारत पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। पिछले 2 दिन में भारत में कोरोना के 8 नए मामले सामने आए हैं। भारत में सोमवार को कोरोना वायरस के 2 मामले सामने आए थे, इसमें एक दिल्ली में कोरोना संक्रमित पाया गया था। अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि हाई वायरल फीवर के 6 मामले सामने आए हैं। आगरा से सामने आए ये मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दुनिया में कोरोना के कहर को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी तमाम तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। हम ऐसी ही 10 अपवाहों की सच्चाई आपको बता रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 3, 2020 12:47 PM IST / Updated: Mar 03 2020, 06:28 PM IST
सच- नहीं, अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से संक्रमित लोगों में सिर्फ 3.3% लोगों की मौत हुई है।
सच- नहीं ऐसा नहीं है। हालांकि, इससे संक्रमित व्यक्ति को सख्त इलाज की जरूरत है, क्यों कि यह वायरस काफी जल्दी फैलता है। इसलिए संक्रमित लोगों को अलग रखा जाता है।
सच- कोरोना को लेकर जिस तरह से मीडिया रिपोर्ट आ रही है, वह खतरनाक हैं। लेकिन 2019 का सबसे खतरनाक वायरस कोरोना नहीं बल्कि फ्लू है।
सच- सभी वायरस इतने छोटे होते हैं कि वे किसी भी मेडिकल मास्क से अंदर जा सकते हैं। अच्छे से हाथ धोना और छींक आने पर रूमाल लगाना ही सबसे बेहतर विकल्प है।
सच- जर्म आम तौर पर हवा से नहीं फैलते हैं। वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक छीकने या खांसने से फैलता है।
सच- कोरोना वायरस से हर उम्र के लोग पीड़ित हो रहे हैं। हालांकि, इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने के चलते कोरोना से संक्रमित लोगों में बूढ़े लोगों की संख्या काफी अधिक है।
सच- अभी तक ऐसे सबूत सामने नहीं आए, जिससे यह पता चल सके कि पालतू जानवरों से कोरोना वायरस फैल रहा है।
सच- WHO पहले ही बता चुका है कि कोरोना वायरस पर एंटीबायोटिक दवाईयां असर नहीं कर रही हैं। कोरोना वायरस है, इसलिए एंटीबायोटिक का इस्तेमाल ना करें।
सच- नहीं, ऐसा नहीं है।
सच - हां, लेकिन इससे केवल संक्रमित लोगों का पता चलता है।