शादी से पहले बेटी संबंध बनाती तो जिंदा जला देता...ऐसा कहने वाले वकील को महिला ने कोर्ट के सामने मारी थी चप्पल

नई दिल्ली. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने तीसरी बार भी निर्भया के दोषियों का डेथ वॉरंट रद्द कर दिया। चारों दोषियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी होनी थी। इससे पहले दो बार 7 जनवरी और 17 जनवरी को डेथ वॉरंट जारी हुआ। तीसरी बार फांसी की तारीख टलने पर सोशल मीडिया पर निशाने पर निर्भया के वकील एपी सिंह हैं। लोगों का आरोप है कि यह कानून का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब एपी सिंह की आलोचना हो रही है। इससे पहले भी साल 2013 में उनके उपर कोर्ट के बाहर एक महिला ने चप्पल से हमला कर दिया था।

Asianet News Hindi | Published : Mar 3, 2020 6:58 AM IST / Updated: Mar 04 2020, 04:00 PM IST

110
शादी से पहले बेटी संबंध बनाती तो जिंदा जला देता...ऐसा कहने वाले वकील को महिला ने कोर्ट के सामने मारी थी चप्पल
तीसरी बार भी निर्भया के दोषियों की फांसी की तारीख टल गई। दोषियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी होनी थी। फांसी टलने के बाद दोषियों के वकील एपी सिंह की आलोचना की जा रही है।
210
दोषियों के वकील एपी सिंह ने एक बार कहा था कि अगर उनकी बेटी शादी से पहले संबंध बनाती तो वह सबके सामने उसपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा देते।
310
11 सितंबर 2013 को दिल्ली के साकेत कोर्ट के बाहर वकील एपी सिंह मीडिया को संबोधित कर रहे थे। तभी वहां मौजूद एक महिला ने उनपर चप्पल फेंकने से मारने की कोशिश की।
410
महिला ने एपी सिंह को चप्पल से मारने की कोशिश की थी। वहां मौजूद वकीलों ने उसे रोक दिया। तब उसने कहा था, घर के बाहर महिलाओं का निकलना मुश्किल हो गया है।
510
पुलिस ने अनीता को पकड़कर गेट के बाहर कर दिया। इस मामले में किसी की तरफ से पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
610
किसी तरह पुलिसकर्मियों ने अनीता को वहां से हटाया ही था कि वह अदालत परिसर में मौजूद मुकेश के वकील वीके आनंद के पास पहुंच गई और उनको भी खरी-खोटी सुनाने लगी।
710
अनीता, वकील एपी सिंह से उलझ गई थी। झड़प के दौरान उसने वकील की शर्ट भी फाड़ दी थी।
810
अनीता नाम की महिला ने कहा था, महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं। फिर भी कोई वकील वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों का केस क्यों लड़ रहा है?
910
3 बार जारी हो चुका है डेथ वॉरंट : निर्भया के चारों दोषियों को फांसी देने के लिए 3 बार डेथ वॉरंट जारी हो चुका है। पहला डेथ वॉरंट 7 जनवरी को जारी हुआ, जिसके मुताबिक 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी देने का आदेश दिया गया। इसके बाद दूसरा डेथ वॉरंट 17 जनवरी को जारी हुआ, दूसरे डेथ वॉरंट के मुताबिक, 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी देना का आदेश था। फिर 31 जनवरी को कोर्ट ने अनिश्चितकाल के लिए फांसी टाली दी। तीसरा डेथ वॉरंट 17 फरवरी को जारी हुआ। इसके मुताबिक 3 मार्च को सुबह 6 बजे फांसी का आदेश दिया गया।
1010
निर्भया के साथ क्या हुआ था? : दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका बस स्टॉप पर 16-17 दिसंबर 2012 की रात पैरामेडिकल की छात्रा अपने दोस्त को साथ एक प्राइवेट बस में चढ़ी। उस वक्त पहले से ही ड्राइवर सहित 6 लोग बस में सवार थे। किसी बात पर छात्रा के दोस्त और बस के स्टाफ से विवाद हुआ, जिसके बाद चलती बस में छात्रा से गैंगरेप किया गया। लोहे की रॉड से क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं। छात्रा के दोस्त को भी बेरहमी से पीटा गया। बलात्कारियों ने दोनों को महिपालपुर में सड़क किनारे फेंक दिया गया। पीड़िता का इलाज पहले सफदरजंग अस्पताल में चला, सुधार न होने पर सिंगापुर भेजा गया। घटना के 13वें दिन 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में छात्रा की मौत हो गई।
Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos