कोयम्बटूर. यहां के मेट्टुपालयम जिले में करीब 3000 दलितों ने इस्लाम में कन्वर्ट होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि 5 जनवरी 2020 को वे ऐसा करेंगे। इस बात की घोषणा तमिल पुलिगल नाम के एक संगठन ने की, जो लगातार 17 दलितों के लिए न्याय की मांग की थी, जिनकी मेट्टुपालयम में दीवार गिरने से दबकर मौत हो गई थी।
2 दिसंबर को गिरी थी दीवार : 2 दिसंबर को मेट्टुपालयम में सुबह के वक्त 20 फीट लंबी और 2 फीट चौड़ी दीवार गिर गई थी, जिसमें 11 महिला और 3 बच्चों सहित 17 लोगों की मौत हो गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक उस दीवार को स्थानीय टेक्स्टाइल शॉप के मालिक ने बनवाई थी। आरोप है कि उसने यह दीवार इसलिए बनवाई थी, ताकि वह दलितों को अपनी जमीन से अलग रख सके।
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आरोपी की गिरफ्तारी, लेकिन फिर मिली बेल : न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दीवार गिरने के अगले दिन शॉप के मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने न्याय के लिए विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि बाद में शॉप के मालिक को बेल मिल गई और वह अब जेल से बाहर है।
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लोगों ने पहले भी जताई थी दीवार पर आपत्ति : कॉलोनी के लोगों ने हमेशा उस दीवार को लेकर आपत्ति जताई। उनका शक था कि इस दीवार की वजह से कोई न कोई अनहोनी हो सकती है। उन्होंने इसकी शिकायत भी की थी कि यह दीवार उनके लिए खतरनाक हो सकती है। लेकिन शिकायत के बाद किसी ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह हुआ कि 17 लोगों की जान चली गई।