नई दिल्ली. भारत में कोरोना महामारी के बीच एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने राहत वाली खबर दी है। उन्होंने कहा, अस्पताल और कुछ वॉलंटियर्स ने Hydroxychloroquine पर स्टडी की। इससे पता चला कि कोरोना वायरस (Coronavirus) की प्रिवेंटिव दवा के तौर पर ये कारगर है। जिन लोगों ने दवाई ली उनमें कोरोना के लक्षण कम दिखे। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए गुलेरिया ने कहा, 2-3 महीने में कोरोना की कोई न कोई दवा बन जाएगी। बिना लक्षण वाले रोगी को अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं है। उनको घर में अलग-थलग रहना चाहिए। 99% मामलों में बिना लक्षण वाले रोगी ऐसे ही ठीक हो जाते हैं।