सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, इस साल तीर्थयात्रा के लिए खतरा अधिक है। स्टिकी बम और ड्रोन जैसे हमलों से निपटने भारतीय सेना मुस्तैद है। पहली बार है कि अमरनाथ यात्रा में केंद्र की 350 कंपनियां लगाई गई हैं। इनमें सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPF) के 40 हजार से ज्यादा जवान शामिल हैं। बालटाल और पहलगाम मार्गों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए नए सुरक्षा पिकेट बनाए गए हैं, ताकि आतंकवादियों के मंसूबों पर पानी फेरा जा सके।