अयोध्या. अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन होना है। इसी के साथ राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। देश के सबसे पुराने विवाद का हल सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को अपने फैसले के साथ किया था। 5 जजों की बेंच ने अपने आदेश में विवादित जमीन का मालिकाना हक रामलला को दिया था। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य रूप से ASI की रिपोर्ट को सबूत के तौर पर माना। तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने एकमत से फैसला सुनाया। आईए जानते हैं कि वे कौन से 10 ऐसे सबूत थे, जिनके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने रामलला को विवादित जमीन सौंपी।