मीटिंग का एजेंडा राष्ट्रीय स्तर के प्रासंगिक मुद्दों के अलावा आगामी विधानसभा चुनावों पर भी चर्चा किया जाना है। अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए गोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पर विशेष चर्चा होगी। अभी 13 राज्यों में 29 विधानसभा और तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं। इसमें पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। हिमाचल प्रदेश में तो पार्टी की हार पर वहां के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने महंगाई जैसे मुद्दों पर हार का ठीकरा फोड़ दिया था। हिमाचल प्रदेश में सभी तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीटें हार गई है। पश्चिम बंगाल में भी पार्टी एक भी सीट जीतने से रही। हालांकि, असम और मध्य प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा।