यह तस्वीर नवंबर, 2020 में सामने आई। जबकि अगस्त, 2019 की सेटेलाइट तस्वीर में ऐसा कोई गांव नजर नहीं आ रहा है। आशंका है कि सालभर के अंदर यह गांव बसाया गया है। बता दें कि अक्टूबर में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आरोप लगाया था कि भारत सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। सेना की तैनाती भी की जा रही है। यह विवाद का कारण है। हालांकि तस्वीरों से चीन का यह दावा झूठा निकलता है। क्योंकि गांव के आसपास भारत की कोई रोड या अन्य निर्माण नहीं दिख रहा।