11 मार्च, 2020 को बुद्धिजीवियों और शिक्षाविदों (जीआईए) के एक समूह ने ‘देल्ही रॉयट्स 2020: अ रिपोर्ट फ्रॉम ग्राउंड ज़ीरो–द शाहीन बाग मॉडल इन नॉर्थ-ईस्ट देल्ही: फ्रॉम धरना टू दंगा’ शीर्षक से 48 पन्नों की एक रिपोर्ट केंद्रीय गृहराज्य मंत्री जी किशन रेड्डी को सौंपी थी। इसमें उत्तर-पूर्वी हिंसा के लिए अर्बन-नक्सल जिहादी नेटवर्क को जिम्मेदार बताया था। हालांकि इसका विरोध भी हुआ था।