अफवाह फैलाई तो एक साल की जेल, थूकना भी पड़ेगा महंगा, कोरोना को लेकर सरकारें सख्त
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का असर भारत में और तेज होता जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या अब 107 तक पहुंच गई है। सरकारें लगातार कोरोना के कहर से पार पाने के लिए कोशिश कर रहीं हैं। इसी क्रम में राज्य सरकारों द्वारा अलग-अलग कदम उठाया जा रहा है, जिसमें गुजरात सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है तो तेलंगाना सरकार ने कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने वालों को 1 साल जेल भेजने का निर्णय लिया है।
गुजरात के मुख्य सचिव ने अनिल मुकीम ने रविवार को कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों के खिलाफ जुर्माना लगया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते निर्णय लिया गया है कि आम स्थानों पर यदि कोई थूकते हुए पाया जाता है तो उसके ऊपर 500 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा- कोरोना वायरस से बचाव के लिए हमने कई कदम उठाए हैं। पहली बार एक हफ्ते के लिए शटडाउन की घोषणा की गई। आगे का फैसला एक हफ्ते बाद लिया जाएगा। शनिवार और रविवार को एक भी मामले सामने नहीं आए। मैसूर पैलेस को 15 से 22 मार्च तक पर्यटकों के लिए बंद किया गया। राज्य में 7वीं, 8वीं और 9वीं कक्षा की परीक्षाएं 31 मार्च तक टाली गईं। बेंगलुरु महानगर पालिका ने 13 मार्च से पहले तय हुई शादी कराने की अनुमति दी। हालांकि, इसमें आने वाले मेहमानों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
सेनेटाइजर और मास्क महंगा बेचा तो होगी सात साल की जेलः कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के बीच लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए कवायदें कर रहे हैं। इसी क्रम में मास्क और सेनेटाइजर की बिक्री बढ़ गई है। जिसके बाद दुकानदारों ने सेनेटाइजर और मास्क के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो गई है। जिसके बाद केंद्र सरकार ने मास्क और सेनेटाइजर को आवश्यक वस्तुओं में शामिल करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी दुकानदार मनमानी दाम पर बेचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे 7 साल के लिए जेल भेजा जाएगा।
भारत में कोरोना के बढ़ते असर को देखते हुए गुजरात सरकार ने राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थानों स्कूल, कॉलेज, ट्यूशन क्लास,आंगनबाड़ी आदि संस्थाओं को 16 से 29 मार्च तक बंद कर दिया है। गुजरात के मुख्य सचिव अनिल मुकीम ने जानकारी देते हुए साफ किया कि इस दौरान राज्य में कोई शिक्षण कार्य नहीं होगा। लेकिन टीचर,प्रोफेसर और गैर-टीचिंग कर्मचारी दफ्तर और संस्थाओं में आएंगे। साथ ही राज्य के सभी सिनेमा हॉल और स्विमिंग पूल 16 से 29मार्च तक बंद रहेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार ने कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर जानकारी दी है कि शनिवार से रविवार तक कोरोना वायरस के 23 नए मामलें सामने आए हैं, जिसमें महाराष्ट्र से 17, तेलंगाना से 2, राजस्थान से 1 और केरल से 3 हैं। देश में अभी COVID-19 के 107 मामलें हो गए हैं, जिनमें 9 मरीज डिस्चार्ज और 2 मौतें भी शामिल हैं।
कोरोना के बढ़ते असर के बाद उसे महामारी घोषित किया जा चुका है। दिल्ली में कॉलेज बंद होने के बाद छात्र अपने घरों के लिए वापस निकल रहे हैं।
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जगह-जगह सैनेटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है।
राज्य सरकारों द्वारा कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सिनेमा हॉल बंद करने का आदेश दिया है। जिसके बाद सिनेमा हॉल खाली हैं।
कोरोना वायरस जिस कदर भारत में पांव पसार रहा है उस पर नियंत्रण पाने के लिए सरकारों द्वारा तमाम कोशिशें की जा रही है। इसी क्रम में छिड़काव व साफ-सफाई की जा रही है।
कोरोना वायरस का असर इस कदर हावी हुआ है कि महानगरों के मॉल सूनसान पड़े हैं। वहीं, सरकार ने भी मॉल को बंद रखने का निर्देश जारी किया है। जिससे कोरोना वायरस के असर पर लगाम कसा जा सके।
भारत में कोरोना वायरस जिस कदर अपने पांव पसार रहा उसको देखते हुए सरकार ने लोगों को एक जगह इकठ्ठा होने से मना कर रही है। इसके मद्देनजर होटल व अन्य सार्वजनिक स्थान एक दम विरान से हो गए हैं।
कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए ट्रेन यात्रियों पर कोई असर नहीं पड़े। इसके लिए ट्रेन के कोच की सफाई की जा रही है इसके साथ ही सैनेटाइजर का भी छिड़काव किया जा रहा है।
कोविड-19 भारत में अभी दूसरे स्टेज में है। इस पर काबू पाने के लिए सरकारी मशीनरियां जी जाम से जुटी हुई हैं। केंद्र सरकार हर स्थितियों पर लगातार नजर रख रही है। लंबी दूरी के ट्रेनों में सैनेटाइजर का छिड़काव, सीटों की सफाई आदि की जा रही है ताकि वायरस के संक्रमण को रोका जा सके।
कोरोना वायरस के बढ़ते असर को देखते हुए लोग लगातार जांच कर रहा हैं। इसके साथ ही चिकित्सकों की टीम भी पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है। ताकि कोई भी संक्रमण की चपेट में न आ सके।
कोरोना के असर को देखते हुए हर जगह साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर की जा रही है। भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर सरकार की पैनी नजर है। लोगों के बीच संक्रमण न फैले इसके लिए भी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।