अल्मोड़ा, उत्तराखंड. उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों के हर गांव तक प्रशासन की पहुंच आसान नहीं होती। बारिश में ये गांव बाकी दुनिया से कट जाते हें। ट्रेवलिंग का कोई साधन नही हैं। ऐसे में किसी लेडी कलेक्टर का 7 किमी पैदल चलकर गांव में पहुंचना आश्चर्य करता है। लेकिन ऐसा बदलाव अब देश में दिखाई देने लगा है। ये हैं उत्तराखंड के अल्मोड़ा की कलेक्टर वंदना सिंह। इन्हें बेहद दुर्गम गांव दो घोड़ियां में देखकर गांववाले हैरान रह गए। क्योंकि इससे पहले कभी कोई अधिकारी इस गांव नहीं आया था। कलेक्टर का आना तो जैसे सपना था। बता दें कि अगस्त, 2021 में वंदना सिंह अल्मोड़ा जिले की कलेक्टर पदस्थ की गई थीं। 2013 बैच की IAS अधिकारी वंदना सिंह इससे पहले पिथौरागढ़ में मुख्य विकास अधिकारी व डीएम रुद्रप्रयाग रही हैं। शासन में अपर सचिव व आयुक्त ग्राम्य विकास तथा निबंधक सहकारिता जैसे अहम पदों पर भी वे रह चुकी हैं। दो घोड़ियां गांव घाटियों से घिरा गांव है। यहां पहुंचना आसान नहीं है। वहां तक सिर्फ पैदल ही पहुंचा जा सकता है, ऐसे में अधिकारी शायद ही कभी इस गांव में आए हों। इस गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। जानिए पूरी कहानी...