नाले में मिलीं 2 और लाशें, मौत का आंकड़ा 36 तक पहुंचा, दिल्ली में ऐसे शुरू हुई हिंसा
नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रही है। गगन विहार में नाले में 2 और लाशें मिली हैं। वहां भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 36 लोगों की जान जा चुकी है। हाई कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र और राज्य सरकार एक्शन में आई है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर दिल्ली की सड़कों पर उतर लोगों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया। दिल्ली पुलिस अब तक हिंसा मामले में 48 एफआईआर दर्ज कर चुकी है।106 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 27, 2020 6:52 AM IST / Updated: Feb 28 2020, 11:20 AM IST
दिल्ली हिंसा में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने अपने घर की छत पर हिंसा के लिए सामान इकट्ठा किया। हालांकि आरोपों पर पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा, हम पहले दिन से कह रहे हैं कि हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसपर एक्शन लिया जाना चाहिए। अगर किसी के खिलाफ सबूत मिलते हैं, तो एक्शन जल्द से जल्द होना चाहिए।
अब तक हिंसा फैलाने वालों में जिन आरोपियों की पहचान हुई है, उनमें से 106 को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दिल्ली पुलिस को फटकार लगाने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस एस. मुरलीधर का ट्रांसफर हो गया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 36 लोगों की मौत हुई है। 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी समेत करीब 200 लोग जख्मी हुए हैं।
हिंसा पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने लोगों से शांति-भाईचारे की अपील की।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद कई लोग घर छोड़कर दूसरी जगहों पर जा रहे हैं।
कैसे हुई हिंसा की शुरुआत? शाहीनबाग में सीएए के विरोध में करीब 2 महीने से ज्यादा वक्त से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। रविवार की सुबह कुछ महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर होते-होते मौजपुर में भी कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, वह दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। वे भी अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने लिखा, सीएए के समर्थन में मौजपुरा में प्रदर्शन। मौजपुर चौक पर जाफराबाद के सामने। कद बढ़ा नहीं करते। एड़ियां उठाने से। सीएए वापस नहीं होगा। सड़कों पर बीबियां बिठाने से।' भाजपा समर्थकों के सड़क पर उतरने के बाद मौजपुर चौराहे पर ट्रैफिक दोनों तरफ से बंद हो गया है। समर्थन में लोग सड़कों पर बैठ गए हैं। इसी दौरान सीएए का विरोध करने वाले और समर्थन करने वाले दो गुटों में पत्थरबाजी हुई। यहीं से विवाद की शुरुआत हुई।
पुलिस को जांच में पता चला कि हिंसा फैलाने वालों में कई लोकल गैंग के लोग थे।
यूपी बॉर्डर से हथियार लाने का भी शक है।
व्हाट्सएप के जरिए बताया जा रहा था कि कहां आगजनी करनी है।