चौंकिए मत, ये कश्मीर नहीं मरीना बीच है, जहां समुद्र उगल रहा जहरीला झाग
चेन्नई. प्रदूषण के प्रकोप से सिर्फ राजधानी दिल्ली के लोग ही नहीं बल्कि दक्षिण के चेन्नई के लोग भी दो-दो हाथ कर रहे है। बीते महीने चेन्नई में प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना रहा है। इन सब के बीच शुक्रवार को चेन्नई के लोग समुद्र तट पर सफेद झाग देखकर हैरान रह गए। जिसके बाद से दिल्ली के यमुना नदी की याद आ गई। जिसमें प्रदूषण के कारण नदी में सफेद झाग एकत्र हो गए थे। जिसके बाद अब ठीक वही स्थिति चेन्नई के मरीना बीच की भी हो गई है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 1, 2019 10:09 AM IST / Updated: Dec 01 2019, 03:42 PM IST
चेन्नई के प्रसिद्ध मरीना बीच पर प्रदूषण का असर साफ देखने को मिला, जब समुद्र की हर लहर अपने साथ सफेद झाग को किनारे तक ला रही थी। इस झाग के साथ ही हवा में उठने वाली दुर्गंध भी बर्दाश्त से बाहर हो रही थी।
जानकारों की माने तो ये झाग फैक्ट्रियों और अस्पतालों की ओर से कचरा सीधे समुद्र में बहा देने की वजह से बन रहा है। ये सच है और हर एक पर असर डाल रहा है।
पर्यावरणविदों का कहना है कि इस झाग की वजह चेन्नई में बीते दो दिनों से होने वाली बारिश भी हो सकती है। बारिश की वजह से नदियों का समुद्र में बहाव तेज हो जाता है और वो अपने साथ तेजी से समुद्र में कचरा लाती है। इस वजह से भी तट पर झाग देखी जा सकती है।
स्थानीय लोगों की माने तो हर साल के अंत में ऐसी स्थिति बनती है। जिसके बाद छोटे बच्चे भी झाग का मजा ले रहे है और उसमें खेल रहे है।
जानकारों की माने तो यह झाग एक केमिकल है। जो आम लोगों के लिए खतरनाक है। गौरतलब है कि दिल्ली में भी प्रदूषण के कारण नवंबर माह में ऐसी स्थिति देखने को मिली थी।
मछुआरे डिल्ली ने बताया नदी से जो पानी पुल के जरिए समुद्र में आता है, वही तट तक झाग को लेकर आता है। जिसके बाग छोटे बच्चे भी समुद्र की इस झाग के साथ खेलने लगते हैं। उन्हें ये एहसास नहीं होता कि इसके कैमिकलउनके शरीर को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं।
निराश मछुआरे फैक्ट्रियों और अस्पतालों को दोष देते हैं कि वो बिना ट्रीट किया कचरा नदियों और समुद्र में बहा देते हैं, बिना ये सोचे कि समुद्री जीवों या आसपास रहने वाले इनसानों के लिए ये कितना खतरनाक होता है।