मुंबई. भारतीय नौसेना(Indian Navy) की ताकत में और ईजाफा हो गया है। 25 नवंबर को कलवरी क्लास स्कॉर्पीन सबमरीन(Kalvari Class-Scorpene Submarine) की चौथी INS वेला(INS Vela) इंडियन नेवी में शामिल हो गई। मुंबई में नेवल डॉकयार्ड (Naval Dockyard) में नौसेना प्रमुख एडम केबी सिंह(Adm KB Singh) ने इसका कमीशन किया। मौजूदा समुद्री खतरों को देखते हुए INS वेला पूरी तरह सक्षम है। यह भारतीय नेवी की सबसे खतरनाक और साइलेंट किलर पनडुब्बी(submarine) मानी जा रही है। INS वेला को इंडियन नेवी को सौंपने से पहले राष्ट्रीय ध्वज और नौसेना की पताका फहराई गई। यह अब देश की सुरक्षा करने समुद्र में उतर चुकी है। इस मौके पर नौसेना प्रमुख ने कहा-हम चीन और पाकिस्तान के गठजोड़ पर पूरी नज़र बनाए हुए हैं। चीन से काफी हथियार पाकिस्तान को निर्यात हो रहे हैं। इससे यहां के क्षेत्रीय सुरक्षा पर काफी फर्क पड़ेगा। इसके लिए हमें तैयार रहना पड़ेगा। INS वेला में पनडुब्बी संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम को शुरू करने की क्षमता है। आज की जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, इसकी क्षमता और मारक क्षमता भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।