बता दें कि INS वेला से पहले भारतीय नेवी को स्कॉर्पियन क्लास की छह पनडुब्बियों में से तीन आईएनएस कलवारी, खांडेरी और करंज पहले ही मिल चुकी हैं। यानी समुद्री सुरक्षा के लिहाज से भारतीय नेवी और ताकतवर बन गई है। इसकी स्पीड 22 नोट्स है। जब यह समुद्र में चलती है, तो इसकी आवाज नहीं आती। इसीलिए इसे साइलेंट किलर कहने लगे हैं।