पाकिस्तान के 24 विमानों ने किया था भारत पर हवाई हमला तो ऐसे दिखाई थी अभिनंदन ने अपनी जांबाजी
नई दिल्ली. भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वीर चक्र से सम्मानित किया जाएगा। इनके साथ ही स्क्वाड्रन लीडर मिन्टी अग्रवाल को युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। ऐसे में आपको अभिनंदन के पाकिस्तान पहुंचने से लेकर देश लौटने तक का पूरा घटनाक्रम बताते हैं।
27 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान की ओर से 24 विमानों ने भारतीय हवाई सीमा का उल्लंघन किया था। पाक के हवाई हमले को वायुसेना ने बेअसर कर दिया और एक एफ-16 विमान को मार गिराया। पाकिस्तान के जहाज को खदेड़ते हुए भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन का मिग-21 क्रैश हो गया। लेकिन वे पैराशूट के जरिए पाकिस्तान में उतरे।
पाकिस्तान में विंग कमांडर के उतरने के बाद वहां के लोगों ने उन्हें घेर लिया। बाद में पाकिस्तान की सेना ने उन्हें कब्जे में ले लिया। पहले उन्हें इस बात की खबर नहीं थी कि वे कहां हैं। जब उन्हें इस बात का आभास हुआ कि वो पाकिस्तान की सीमा में हैं तो उन्होंने अपने पास मौजूद दस्तावेजों को तालाब में फेंक दिया। इससे देश की अहम जानकारी दुश्मन के हाथ नहीं लगी। वहां के लोगों द्वारा उन पर हमला भी किया गया लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं खोई।
इसके बाद पाकिस्तान की ओर से एक वीडियो भी शेयर किया गया था, जिसमें उनके हाथ में चाय का कप था और पाकिस्तान सेना के कुछ अफसर उनसे उनका मिशन पूछ रहे थे और कई तरह की अहम जानकारियां जानने की कोशिश कर रहे थे। जिन्हें अभिनंदन ने बताने से साफ इनकार कर दिया था।
इस पूरे मामले में पाकिस्तान ने अपनी आदत के मुताबिक एक बार से झूठ का राग अलापा। उसने दावा किया कि भारत के दो पायलट उसके कब्जे में हैं। लेकिन बाद में उसने इस बात को स्वीकारा कि उनके पास केवल एक विंग कमांडर है। भारत ने इस बात की पुष्टी के लिए 27 फरवरी को पाकिस्तान के उप-उच्चायुक्त को तलब किया गया। जब इसकी पुष्टी हो गई तब भारत ने बिना शर्त के कमांडर को वापस लौटाने के लिए कहा।
ये भारत की कूटनीति का ही दबाव था कि पाकिस्तान सरकार ने इस पर तुरंत फैसला लिया और विंग कमांडर अभिनंदन भारत अपने परिवार के पास वापस लौट आए। खुद पाक के पीएम इमरान खान ने 28 फरवरी को वहां के संसद में इस बात का ऐलान किया कि विंग कमांडर को भारत वापस भेजा जाएगा।