गमछा को असमी राष्ट्रवाद के प्रतीक के रूप में पहचान 1916 में मिली। तब 'असोम छात्र संमिलन' और 'असमिया साहित्य सभा' जैसे संगठन सामने आए थे।
वर्ष 1979 से 1985 के असम आंदोलन के दौरान गमछा राजनीतिक विरोध का प्रतीक बन गया। यह आंदोलन विदेशी लोगों के खिलाफ था।