म्यांमार का इतिहास
जनवरी, 1948-म्यांमार को आजादी मिली
सितंबर, 1987-नोटबंदी के चलते लोग बर्बाद हुए और सरकार विरोधी दंगे भड़के
जुलाई, 1989- सत्ताधारी जुंटा ने मार्शल ला की घोषणा की। नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की नेता आंग सान सू की घर में नजरबंद
मई, 1990-आम चुनावों में एनएलडी की भारी जीत, जुंटा ने चुनाव के नतीजों को मानने से इन्कार किया।
अक्टूबर, 1991-सू की को नोबेल शांति पुरस्कार
जुलाई, 1995-सू की की नजरबंदी से रिहाई
मई, 2003-जुंटा व एनएलडी समर्थकों के बीच झड़प के बाद सू की को फिर हिरासत में ले लिया गया
सितंबर, 2007-बौद्ध भिक्षुओं द्वारा सत्ता विरोधी प्रदर्शन
अप्रैल, 2008-सरकार ने प्रस्तावित संविधान छपवाया, जिसके मुताबिक एक तिहाई संसदीय सीटें सेना के हिस्से जाएंगी। सू की के किसी भी प्रकार के पद ग्रहण करने पर प्रतिबंध
और अब 1 फरवरी, 2021 को फिर तख्तापलट, आंग सान सू हिरासत में
(1882 में कोलकाता में बर्मा के दूत)