दरअसल, आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में जिस आम नागरिक की गोली लगने से जान चली गई। उसके साथ एक तीन साल का बच्चा भी था। इस मासूम को गोलियों की बौछार के बीच से जवानों ने इस मासूम को बचा लिया और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। लेकिन, इस दौरान बच्चा काफी डरा और सहमा सा रोता बिलखता दिखाई दिया।