Joshimath sinking: जोशीमठ लगातार धंस रहा है। इसरो की ताजा तस्वीरों में भी यह सामने आया है। हालांकि, देश की सबसे प्राचीनतम आध्यात्मिक नगरी की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है? यह जवाबदेही अभी तय की जानी बाकी है। उत्तराखंड सरकार की देखरेख में आठ संस्थाएं यह पता लगाने में जुटी हैं कि जोशीमठ के धंसने की वजह क्या है? इस डूब रहे शहर के वहन क्षमता का आंकलन करने के साथ यहां विकास के नाम पर चल रहे प्रोजेक्ट्स का भविष्य भी इन्हीं की रिपोर्ट्स के बाद तय किया जाएगा। उधर, सरकार ने जोशीमठ के विस्थापितों के लिए मनरेगा में काम का प्रबंध कर दिया है। राहत शिविरों में भी लोगों को लगातार पहुंचाया जा रहा है। अभी तक चार हजार लोगों को राहत शिविरों तक पहुंचा जा चुका है।