नई दिल्ली. साल 1999 में लड़ा गया कारगिल युद्ध करीब 3 महीनों तक भारत-पाकिस्तान के बीच लड़ा गया था। इस दौरान ना जाने कितने भारत के लाल ने अपनी जान देश के नाम कर दी थी। ऐसे में कारगिल विजय दिवस के मौके पर वीर जवानों की बहादुरी के किस्से बता रहे हैं। आज हम एक ऐसे भारतीय जवान के बारे में बता रहे हैं, जिसने पहले तो सैनिक के रूप में देश की खातिर अपनी जान दाव पर लगा दी और अब शारीरिक अक्षमता के बावजूद खेल के मैदान में दम दिखा रहे हैं। कारगिल युद्ध के ये जवान माइनस 19 डिग्री तापमान में दुश्मनों पर आग बनकर टूट पड़े थे। इस दौरान उन्होंने अपना दायां पैर गवां दिया था और फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। ये कहानी रिटायर्ड कैप्टन सतेंद्र सांगवान की है।