पीएम मोदी ने कहा कि कर्तव्य पथ केवल ईंट-पत्थरों का रास्ता भर नहीं है। ये भारत के लोकतान्त्रिक अतीत और सर्वकालिक आदर्शों का जीवंत मार्ग है। यहां जब देश के लोग आएंगे, तो नेताजी की प्रतिमा, नेशनल वार मेमोरियल, ये सब उन्हें कितनी बड़ी प्रेरणा देंगे, उन्हें कर्तव्यबोध से ओत-प्रोत करेंगे। उन्होंने कहा कि राजपथ ब्रिटिश राज के लिए था, जिनके लिए भारत के लोग गुलाम थे। राजपथ की भावना भी गुलामी का प्रतीक थी, उसकी संरचना भी गुलामी का प्रतीक थी। जब देश का पथ राजपथ होगा तो उस पर चलने वाली सरकारें, लोकमुखी कैसे हो सकती हैं। कर्तव्य पथ अब सांसदों, नौकरशाहों को कर्तव्य का बोध कराएगा। उन्होंने कहा कि आज राजपथ का आर्किटैक्चर भी बदला है, और इसकी आत्मा भी बदली है।