उत्तरकाशी (उत्तराखंड). उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री मंदिर जा रहे रास्ते में रविवार शाम को बस(Uttarkashi bus accident) के गहरी खाई में गिर जाने से मध्य प्रदेश के 25 तीर्थयात्रियों की मौत के मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की शुरुआती जांच में बस के डाक्यूमेंट्स देखे गए। बस के सभी डॉक्यूमेंट्स सही निकले। ट्रिप कार्ड और ग्रीन कार्ड भी ओके निकला। लेकिन एक बात पता चली कि बस बिना रुके लगातार फेरे लगा रही थी। आशंका है कि इसी वजह से ड्राइवर को थकान आई होगी और एक्सीडेंट हो गया। इस हादसे के बाद घाटी वाले रास्ते पर किनारे ट्रैफिक (Traffic barrier) नहीं लगे होने से भी अकसर हादसे होते हैं। अगर ट्रैफिक बैरियर्स होते, तो बस इनसे टकराकर खाई में गिरने से बच जाती। खाई में बस गिरने से वो दो टुकड़ों में बंट गई और पैसेंजर उछलकर यहां-वहां गिरे। 6 जून को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद घटनास्थल पर पहुंचे। इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने देहरादून के मैक्स अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। 3 घायलों को मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। बता दें कि हादसे में मारे गए सभी पैसेंजर मप्र के पन्ना के रहने वाले थे। आगे पढ़ें कुछ और अपडेट...