नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची ये सांसद; पहले भी रह चुकी हैं चर्चा में
नई दिल्ली. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने नागरिकता संसोधन विधेयक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इससे पहले गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस विधेयक को मंजूरी दे दी। अब यह कानून बन गया है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 13, 2019 2:25 PM / Updated: Dec 13 2019, 03:19 PM IST
महुआ मोइत्रा ने इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की। हालांकि, चीफ जस्टिस एस ए बोबडे ने इस अपील को ठुकरा दिया। मोइत्रा के काउंसिल ने शुक्रवार को चीफ जस्टिस बोबडे की बेंच के सामने इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग रखी थी। इसमें कहा गया था कि इस याचिका पर आज या 16 दिसंबर को सुनवाई होनी चाहिए।
कौन हैं महुआ मोइत्रा? महुआ मोइत्रा तृणमूल कांग्रेस की सांसद हैं। वे पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से सांसद हैं। इससे पहले वे संसद में मानवाधिकार को लेकर अपनी स्पीच के लिए चर्चा में आई थीं। महुआ ने अपनी राजनीतिक पारी 2008 में शुरू की थी। इससे पहले उन्होंने न्यूयॉर्क और लंदन में जॉब की।
महुआ ने 2009 में कांग्रेस का हाथ थामा। वे राहुल गांधी के 'आम आदमी के सिपाही' से भी जुड़ी रहीं। लेकिन कुछ वक्त बाद ही वे ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल में आ गईं। महुआ ने अपना पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के नादिया के करीमपुर विधानसभा सीट से 2016 में लड़ा। यहां से वे चुनाव जीत गईं। इसके बाद 2019 में उन्हें ममता ने लोकसभा का टिकट दिया।
नागरिकता संशोधन बिल 2019 के मुताबिक, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 तक आए हिंदू, सिख, बुद्ध, जैन, पारसी और क्रिश्चियन के साथ अवैध घुसपैठियों जैसा व्यवहार नहीं होगा, बल्कि उन्हें भारत की नागरिकता मिल जाएगी।