गुवाहाटी. असम में नागरिकता संसोधन विधेयक का लगातार विरोध हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चौथे दिन भी आंदोलन उग्र रखा। कर्फ्यू के बावजूद हजारों लोग सड़कों पर हैं। गुवाहाटी में लोगों ने कर्फ्यू तोड़ दिया। यहां तक की मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के गृह जनपथ डिब्रूगढ़ के छाबुआ में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा विधायक के घर में आग लगा दी। इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी।
गुवाहाटी में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग करनी पड़ी। इसमें दो लोग मारे गए हैं। डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में सबसे ज्यादा हिंसक घटनाएं सामने आईं। शुक्रवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक डिब्रूगढ़ में कर्फ्यू में ढिलाई दी गई।
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छाबुआ में विधायक बिनोद हजारिका के घर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी। इसके अलावा गुवाहाटी में आंदोलनकारियों ने विधानसभा, सचिवालय में घुसने की कोशिश की, पुलिस बेरिकेड्स तोड़े, आगजनी और तोड़फोड़ की।
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असम में सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा असम राइफल्स और रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स तैनात की गई है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से और अधिक सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
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उधर, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने निजी चैनलों को एडवाइजरी जारी कर देश विरोधी और राष्ट्र की एकता को प्रभावित करने वाली सामग्री को प्रसारित ना करने के लिए कहा है।
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असम के अलावा मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल और मेघालय में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हालांकि, असम और त्रिपुरा सबसे ज्यादा प्रभावित है। त्रिपुरा में प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
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लोकसभा के बाद बुधवार को नागरिकता संसोधन विधेयक राज्यसभा से पास हो गया था। इसके बाद गुरुवार देर रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बिल पर हस्ताक्षर कर दिए। अब यह कानून बन गया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा- मैं नॉर्थ ईस्ट के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और संस्कृति को नहीं छीन सकता। यह हमेशा फलती-फूलती और विकसित होती रहेगी।