गंदगी से हुई 104 बच्चों की मौत ! सफाई करने वाला कोई नहीं...लेकिन मंत्री जी आए तो बिछने लगी कालीन
कोटा, राजस्थान. 33 दिन में 104 नवजात बच्चों की मौत। कारण यहां के जेके लोन सरकारी अस्पताल की टूटी हुई खिड़कियां, अस्पताल परिसर में घूमते हुए सूअर और स्टाफ की कमी। ऐसे में जब मासूमों की मौत की खबर फैली तो गहलोत सरकार एक्टिव हुई। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा अस्पताल पहुंचे। उससे पहले उनके स्वागत में कालीन बिछाई गई थी। लेकिन मंत्री जी ने मीडिया और सरकार के खिलाफ हवा के रुख को भांप लिया और तुरन्त उन्होंने कालीन हटवाने का आदेश दिया।
Asianet News Hindi | Published : Jan 3, 2020 9:35 AM IST / Updated: Jan 03 2020, 03:14 PM IST
जिन मासूमों की मौत हुई, उनके परिजनों ने मंत्री के लिए बिछी कालीन को देखकर बोला, जिस अस्पताल में सफाई नहीं होती, वहां मंत्री जी के आने से कालीन बिछाई जा रही है। जेके लोन कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला इसी क्षेत्र से सांसद हैं।
एक साल में 940 बच्चों की मौत : कोटा के जे के लोन अस्पताल में पिछले एक साल में 940 बच्चों की मौत हो गई। केवल दिसंबर के महीने में यहां 91 बच्चों ने अपनी जान गंवाई है। ज्यादातर बच्चों की मौत निमोनिया, मेनिंगोएनसेफेलाइटिस, जन्मजात निमोनिया, सेप्सिस और सांस संबंधी बीमारियों से हुई हैं।
आयोग ने राज्य सरकार को भेजा नोटिस : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की एक टीम ने अस्पताल का दौरा किया। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने राजस्थान सरकार के मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के सचिव को शॉ कोज नोटिस भेजा था और कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी थी।
परिसर में सूअर घूम रहे थे- रिपोर्ट : कानूनगो ने कहा, यह स्पष्ट है कि खिड़कियों में शीशे नहीं थे और गेट टूटे हुए थे, इसके चलते बच्चों को ठंड का सामना करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल का सामान्य रखरखाव भी 'सबसे खराब स्थिति' में है। परिसर में सूअर घूम रहे थे।
बच्चों की मौत पर शुरू हुई राजनीति : राजस्थान में बच्चों की मौत पर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा राज्य की गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगा रही है। इसी क्रम में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस मामले की जांच के लिए अपने चार सांसदों की एक समिति बनाई है। उधर, कांग्रेस ने भाजपा पर बच्चों की मौत पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा अस्पताल पहुंचे। उससे पहले उनके स्वागत में कालीन बिछाई गई थी। लेकिन मंत्री जी ने मीडिया और सरकार के खिलाफ हवा के रुख को भांप लिया और तुरन्त उन्होंने कालीन हटवाने का आदेश दिया।