कोरोना को मात देने के लिए मोदी सरकार ने कसी कमर, वायरस से आर-पार के लिए बनाया 3 चरणों का यह प्लान
नई दिल्ली. कोरोना के खिलाफ जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। वह लगातार प्रत्येक स्थितियों की निगरानी कर रहे हैं। देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मोदी सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। देश के 32 राज्यों में कोरोना का संक्रमण पांव पसार चुका है। जिसके बाद देश में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6 हजार के पार पहुंच गया है। जबकि 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इन सब के बीच कोरोना महामारी से निपटने के लिए मोदी सरकार ने तीन चरणों वाली रणनीति बनाई है। वहीं, दूसरी तरफ पीएम मोदी ने पीएम केयर्स फंड में देने वालों के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा,दूसरों की मदद करना भारत की संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। समाज के सभी वर्गों के लोग कोरोना वायरस मुक्त राष्ट्र सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। PMCARES में योगदान देने के लिए मैं स्टार सीमेंट और कल्याण भारती ट्रस्ट की सराहना करता हूं। गौरतलब है कि पीएम केयर्स फंड में देशभर के उद्योगपति, खिलाड़ी, जनप्रतिनिधि, समाजिक संगठन और आम लोग योगदान दे रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Apr 9, 2020 11:06 AM IST / Updated: Apr 09 2020, 05:23 PM IST
केंद्र ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के लिए राज्यों को पैकेज जारी किया है। इस पैकेज को इमरजेंसी रिस्पॉन्स एंड हेल्थ सिस्टम प्रेपेअरनेस पैकेज का नाम दिया गया है। ये पैकेज 100% केंद्र की ओर से फंडेड है। केंद्र का अनुमान है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लंबी चलेगी।
तीन चरणों में होगा कोरोना से जंगः राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजी गई चिट्ठी के मुताबिक प्रोजेक्ट के तीन चरण हैं- पहला चरण- जनवरी 2020 से जून 2020, दूसरा चरण-जुलाई 2020 से मार्च 2021 और तीसरा चरण-अप्रैल 2021 से मार्च 2024। इन तीन चरणों में कोरोना से लड़ाई लड़ी जाएगी।
पहले चरण में Covid-19 अस्पताल विकसित करने, आइसोलेशन ब्लॉक बनाने, वेंटिलेटर की सुविधा के ICU बनाने, PPEs (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स)- N95 मास्क- वेंटिलेटर्स की उपलब्धता पर फोकस रहेगा।
ये प्रोजेक्ट केंद्र और राज्यों से कई दौर के संवाद के बाद सामने आया है। राज्य सरकारों की ओर से वायरस से लड़ने के लिए केंद्र से स्पेशल पैकेज की लगातार मांग की जा रही है। जिसके बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को पैकेज दिया है।
लैब नेटवर्क्स और डायग्नोस्टिक सुविधाएं बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही फंड का इस्तेमाल सर्विलांस, महामारी के खिलाफ जागरूकता जगाने में भी किया जाएगा। फंड का एक हिस्सा अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों, जनसुविधाओं और एम्बुलेंस को संक्रमण रहित बनाने पर भी खर्च किया जाएगा।
दूसरे और तीसरे चरण में क्या-क्या किया जाएगा, इसका खुलासा होना अभी बाकी है। बताया जा रहा है कि दूसरे और तीसरे चरण के कदम आगे की स्थतियों पर निर्भर करेंगे।
राज्यों ने की लॉकडाउन बढ़ाने की मांगः बुधवार को पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक की थी। इससे पहले तेलंगाना, राजस्थान समेत अन्य राज्यों के सीएम ने पीएम मोदी से लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की मांग की थी। वहीं, सर्वदलीय बैठक में भी सभी दलों के नेताओं ने इसकी मांग की थी।
भारत में कोरोना की स्थितिः देश के 32 राज्यों में फैल चुके कोरोना वायरस से अब तक 6237 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जबकि 184 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक 569 लोग ठीक भी हो चुके हैं। इंदौर में आज कोरोना से संक्रमित एक डॉक्टर की मौत हो गई है। जबकि आज महाराष्ट्र में 160 नए केस आए हैं। वहीं, गुजरात में 55 तो राजस्थान में 47 नए मरीज मिले हैं।
सभी राज्यों के सीएम से करेंगे बातः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रत्येक गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं। इन सब के बीच वह लॉकडाउन और कोरोना से जंग को लेकर सभी राज्यों के सीएम से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात करेंगे। इसके साथ ही लॉकडाउन और कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई को लेकर निर्णय लिया जा सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले पीएम मोदी दो बार राज्यों के सीएम से बात कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में 1300 केसः कोरोना के संक्रमण से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 1300 तक पहुंच गई है। जबकि 70 लोगों की जान जा चुकी है। मुंबई शहर में 857 मरीज हैं। आज गुरुवार को मुंबई में 143 नए मरीज मिले हैं।