इस सरपंच ने पीएम मोदी के लिए पढ़ी कविता, कहा, इस दुनिया में है छाने का फितूर, हालात बदलेंगे जरूर

Published : Apr 24, 2020, 12:51 PM ISTUpdated : Apr 24, 2020, 01:18 PM IST

नई दिल्ली. पंचायती राज दिवस पर पीएम मोदी ने देश के सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। इस कड़ी में उन्होंने पुणे के चाकण में मेदनकरवाडी ग्राम पंचायत की सरपंच प्रियंका रामदास मेदनकर से बात की। बातचीत की खास बात यह रही है प्रियंका रामदास की बातों से पीएम मोदी काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि आप जैसी पढ़ी लिखे प्रधान आधुनिक व्यवस्थाओं को गांव में ला सकती हैं।  

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इस सरपंच ने पीएम मोदी के लिए पढ़ी कविता, कहा, इस दुनिया में है छाने का फितूर, हालात बदलेंगे जरूर


पीएम मोदी से बातचीत में प्रियंका ने बताया, 25 अप्रैल से जब लॉकडाउन लगाया गया, उसके अगले ही दिन से हमने पूरा गांव सैनिटाइज किया। इसके बाद दो जगहों पर सैनिटाइज टनल लगाए गए। जहां पर ज्यादा लोगों की आवाजाही रहती है। 
 

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प्रियंका ने बताया, गांव में सभी के लिए सैनिटाइज संभव नहीं है, इसलिए गांव में घर-घर जाकर साबुन बांटे गए, जिससे कि बार-बार हाथ धोकर कोरोना से बचा जा सके।

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प्रियंका ने बताया, गांव में जिन महिलाओं ने सिलाई का प्रशिक्षण लिया था, उन महिलाओं को मास्क बनाने का काम दिया। उन्होंने 5 हजार मास्क बनाए। फिर उनके द्वारा बनाए मास्क को पूरे गांव में बांट रहे हैं। एक निर्धारित टाइम में स्ट्रीट लाइट बंद रखी। जिसके जरिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में मदद मिली।

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प्रियंका ने बताया, दुकानों के सामने सर्कल की मार्किंग की, जिसके जरिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में सफलता मिली।

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प्रियंका ने बताया, सब्जी और राशन की दुकानों को अल्टरनेट डे पर बिक्री के लिए खोला गया। तीन दिन राशन की दुकान खुली रहती और तीन दिन सब्जी की दुकान।

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पीएम मोदी ने कहा, अब तो गांव वाले थक गए होंगे। लोगों को गुस्सा आता होगा कि मोदी जी कैसे हैं? इतने दिनों से बंद करके रखा हुआ है। तब प्रियंका ने जवाब दिया, लोगों को घर में रहने की आदत नहीं है, इसलिए गांव के लोग थक गए हैं। लेकिन उन्हें पता है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री जो कर रहे हैं वह हमारे स्वास्थ्य के लिए कर रहे हैं। तो लोग समझते हैं। 

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आखिर में प्रियंका ने पीएम मोदी का धन्यवाद दिया और कहा, 

कोशिश जारी है और हिम्मत बरकरार है
सिर पर है इस दुनिया में छाने का फितूर
मुझे किस्मत पर भरोसा नहीं मेहनत पर है
एक न एक दिन ये हालात बदलेंगे जरूर

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