मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनकाउंटर से पहले विकास दुबे ने पूछताछ में राजनीतिक सरंक्षण की पुष्टि की थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक मंत्री ने 2 जुलाई को हुए इस घटनाक्रम में विकास का साथ दिया। मंत्री ने विकास को भरोसा दिलाया था कि वे उसे बचा लेंगे। इसी भरोसे में एक वकील ने उसका साथ दिया, जिसके इशारे पर वह इधर से उधर भागता रहा। इतना ही नहीं, मध्यप्रदेश के उज्जैन के एक बड़े शराब कारोबारी ने उसका साथ दिया।