असली हिंदुस्तान; मुस्लिम मां बाप ने मंदिर में की हिंदू बेटी की शादी, देखकर लोगों की भर आईं आंखें
केरल. भारत में सभी धर्मों के लोग आपस में प्रेम-भाव से रहते हैं। पर पिछले कुछ दिनों में हिंदू-मुस्लिम जैसे सांप्रयदायिक मामलों से माहौल थोड़ा खराब सा रहा है। इस बीच केरल के कासरगोड जिले से एक सामाजिक सदभाव की दिल खुश कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक दंपत्ति ने गोद ली गई अपनी हिंदू बेटी की मंदिर में शादी करवाकर मानवता की मिसाल पेश की है। शादी संपन्न होने के बाद बेटी ने मुस्लिम माता-पिता के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। बच्ची मुस्लिम भाई-बहनों के साथ पली-बढ़ी है और एक ही छत के नीचे गीता और कुरान का पाठ होता था। सोशल मीडिया में एक शादी काफी चर्चा बटोर रही है लोग नजारा देख इसे असली हिंदुस्तान बता रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Feb 20, 2020 12:16 PM IST / Updated: Feb 20 2020, 06:03 PM IST
दुल्हन बनी लड़की जब करीब पांच-सात साल की थी तो इस मुस्लिम परिवार ने उसे गोद ले लिया था। मुस्लिम दम्पत्ति (Muslim Couple) ने उसे ना सिर्फ हिन्दू रीति रिवाज सिखाए बल्कि हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार ही लड़की की शादी भी करवाई। हिंदू-मुस्लिम समुदाय के बीच धार्मिक सौहार्द की मिसाल देख हर कोई हैरान रह गया। बेटी की शादी पर हर किसी की आंखों में खुशी के आंसू थे।
16 फरवरी 2020 को पारंपरिक हिंदू परिधान में सजी राजेश्वरी की शादी विष्णु प्रसाद के साथ हुई। इस दौरान परिवार और दोस्तों के अलावा हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद थे। राजेश्वरी की मां की उस वक्त मौत हो गई थी जब वह बच्ची थी।
राजेश्वरी के पिता, अब्दुल्ला और खदीजा के फार्म पर काम करते थे। उनकी मौत के बाद इस परिवार ने राजेश्वरी को गोद ले लिया। राजेश्वरी अब्दुल्ला और खदीजा के बच्चों शमीम, नजीब और शरीफ के साथ ही बड़ी हुई। परिवार ने बच्ची को हिंदू रीति-रिवाजों से ही पाल-पोसकर बड़ा किया।
इतना ही नहीं उन्होंने घर में उसके लिए हिंदू धर्म से जुड़ी सभी सुविधाएं और धार्मिक चीजें भी मुहैया करवाईं। वो नहीं चाहते थे कि बच्ची मुस्लिम परिवार में रहकर अपने जन्म वाले धर्म और रीति-रिवाज को भूल जाए। ऐसे में में एक ही छत के नीचे गीता और कुरान का पाठ होता था।
सोशल मीडिया में इस शादी को लोग हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बताते हुए लिख रहे हैं कि यही तो है असली हिंदुस्तान। लोगों ने परिवार की दरियादिली देख उनको सलाम किया।
गौरतलब है कि इस साल जनवरी में केरल के कयमकुलम की एक मस्जिद में हिंदू विवाह कराया गया था। चेरूवली मुस्लिम जमात मस्जिद के पास रहने वाली 22 वर्षीय अंजू की मां बिंदु ने मस्जिद कमिटी से मदद मांगी थी। मस्जिद कमिटी ने परिवार की मदद का फैसला किया। मस्जिद कमिटी अंजू की शादी में 2 लाख रुपये और 10 सोने के सिक्के उपहार में दिए। 1 हजार लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई।