13 अप्रैल को लॉकडाउन-2 का ऐलान कर सकते हैं PM मोदी, जनता को मिल सकती हैं कुछ राहतें
नई दिल्ली. भारत में कोरोना के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसे फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था। अब 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो रहा है। अब तक के आंकड़ों को देखें तो लॉकडाउन कोरोना को फैलने से रोकने में काफी हद तक कारगार साबित हुआ है। माना जा रहा है कि मोदी सरकार इस लॉकडाउन को 2 हफ्तों के लिए और बढ़ा सकती है। दरअसल, ज्यादातर राज्य सरकारों ने लॉकडाउन को बढ़ाने का सुझाव दिया। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इसका ऐलान कर सकते हैं। लेकिन आर्थिक संकट और लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए कुछ राहत दिए जा सकते हैं।
Asianet News Hindi | Published : Apr 12, 2020 6:09 PM / Updated: Apr 13 2020, 07:04 PM IST
माना जा रहा है कि पीएम मोदी सोमवार को यानी 13 अप्रैल को लॉकडाउन-2 का ऐलान कर सकते हैं। साथ ही वे जनता को भी संबोधित कर सकते हैं। लेकिन इस बार लॉकडाउन में कृषि, मेडिकल, शिक्षा, मत्स्य पालन, कपड़ा समेत कुछ क्षेत्रों में राहत का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि, इस बार भी पीएम मोदी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर विशेष ध्यान देने की अपील कर सकते हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने तीन बार जनता को संबोधित करते हुए सोशल डिस्टेंंसिंग का पालन करने के लिए कहा।
14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो रहा है। लॉकडाउन को लेकर राज्यों का सुझाव लेने के लिए पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। इस दौरान सभी मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने की सलाह दी।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो पीएम 13 अप्रैल को जनता को संबोधित करते हुए लॉकडाउन के दूसरे चरण का ऐलान कर सकते हैं। साथ ही जनता को कुछ सुझाव भी दे सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, टेक्सटाइल क्षेत्र से जुड़ीं कई कंपनियां मास्क और कुछ जरूरी सामान बनाने में आगे आई हैं। लेकिन इन कंपनियों को कच्चे माल की दिक्कत हो रही है। वहीं, वेंटिलेटर बनाने के लिए भी कंपनियों को दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है।
अब माना जा रहा है कि केंद्र सरकार कुछ शर्तों के साथ इन कंपनियों को लॉकडाउन में छूट दे सकती है। वहीं, दक्षिण के राज्यों में मत्स्य पालन जीविका का अहम हिस्सा है। ऐसे में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, आंध्र प्रदेश और गोवा के तटीय क्षेत्रों में इसके लिए कुछ छूट दे सकती है।
कृषि क्षेत्र में भी हट सकती हैं अड़चने: किसानों के लिए यह समय काफी अहम है। भारत में रबी की फसल की कटाई होनी है और इसे बाजार में आना है। वहीं, कुछ समय में खरीफ की फसल की बुआई होनी है। गुजरात, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में फसल की कटाई चल रही है। अनाज भी मंडी में आने लगेगा। ऐसे में इस माल की खरीद भी होनी है।
केंद्र सरकार और राज्यों को यह अहसास हुआ है कि अगर किसी तरह से खेती प्रभावित हुई तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था बैठ जाएगी। मजदूरों और किसानों को भी समस्याएं होंगी। इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। ऐसे में किसानों को कृषि यंत्र, बीज, खाद से जुड़े बाजार, कल-कारखाने कुछ शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी जा सकती है।
हॉटस्पॉट पर रहेगी विशेष नजर: लॉकडाउन 2 भारत के लिए काफी अहम रहने वाला है। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकारों का हॉटस्पॉट पर विशेष ध्यान रहेगा। लॉकडाउन का इन जगहों पर सख्ती से पालन कराया जाएगा। इस दौरान यहां बड़े पैमाने पर लोगों की स्क्रीनिंग कराने और संक्रमण के लक्षण वाले लोगों की जांच कर क्वारंटाइन कराया जाएगा।
जिन जिलों में अभी तक एक भी केस नहीं मिला, उन्हें सुरक्षित रखने के लिए वहां की सीमाएं बंद कर कुछ छूट दी जा सकती है। राज्य सरकारों से ऐसा मॉडल बनाने को कहा गया है कि जहां संक्रमण नहीं है, वहां लोगों को परेशानी न हो।