नई दिल्ली. टेरर फंडिंग और देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त चरमपंथी मुस्लिम संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) सहित उससे जुड़े 8 संगठनों पर केंद्र सरकार ने 5 साल का बैन लगा दिया है। NIA और ED सहित तमाम जांच एजेंसियां पिछले कई दिनों से इसके खिलाफ एक्शन में जुटी थीं। भारतीय मुसलमानों में साम्प्रदायिक नफरत के बीज बो कर 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने की साजिश रचते आ रहे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) विक्टिम कार्ड खेलने में भी माहिर रहा है। उसके पास एक पूरी टीम रही है, जो अपने साथियों के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर कैम्पेन चलाती है। जांच एजेंसियों ने ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत PFI के ठिकानों पर दो बड़े छापे(पहला-22 सितंबर और दूसरा 27 सितंबर) मारे थे। इस दौरान संगठन से जुड़े तमाम बड़े पदाधिकारियों सहित हर राज्य से अहम कार्यकर्ता अरेस्ट किए गए हैं। इसके बाद PFI ने विक्टिम कार्ड खेलना शुरू किया। उसने अपने आफिसियल twitter हैंडल पर बकायदा एक कैम्पेन चला दिया। इसमें गिरफ्तार अपने साथियों की रिहाई के लिए सपोर्ट मांगा गया था। PFI ने 'STOP WITCH HUNT DEFEAT NIA-RSS NEXUS' टाइटल से कैम्पेन चला रखा था। PFI इस छापेमारी के लिए NIA और RSS की सांठगांठ बताकर मुसलमानों को भड़काने में लगी थी। बता दें कि विच हंटिंग का आशय संदिग्धों को हिरासत में लेने से जुड़ा है। पढ़िए बाकी की कहानी...