सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी आत्मा तो अब भी यहां पीसीसी में भटकती रहती है। उन्होंने लंबे समय तक संगठन में काम किया है। साल में कांग्रेस का अधिवेशन एक बार जरूर बुलाना चाहिए, ताकि उस अधिवेशन में सरकार की कमियां बताई जाए और वहां जमकर आलोचना हो। मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों के काम की आलोचना हो, हमारी आलोचना सुनने की हैबिट खत्म हो चुकी है। जब पीसीसी में सरकार के कामों, मंत्रियों की आलोचना होती है, तो ब्यूरोक्रेसी में सही संदेश जाता है।