घटनास्थल पर मौजूद एक कांग्रेस कार्यकर्ता अशोक ने तब मीडिया को बताया था कि एक सेकंड तो ऐसा लगा था मानों कोई आतिशबाजी हो रही हो। फिर हवा में शवों को उछलते देखा गया। हर कोई बदहवास सा यहां-वहां भाग रहा था। इस ब्लास्ट में वे भी घायल हुए थे। ब्लास्ट में राजीव गांधी का शरीर इतनी बुरी तरह से जल गया था कि उनकी बॉडी की पहचान अलग हेयरलाइन(बालों की स्टाइल- hairline) और उनके सफेद रंग के लोटो स्नीकर्स(एक प्रकार के जूते) से हुई।
(यह तस्वीर राजीव गांधी के उन कपड़ों-जूतों की है, जिनसे ही उनकी बॉडी का पहचान हुई थी)