वहीं, भारत को आजादी मिलने के ठीक बाद 1947-48 में भारत-पाक युद्ध में भी डकोटा ने अहम भूमिका निभाई थी। जब 26 अक्टूबर 1947 को कश्मीर के महाराजा ने इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेसेशन पर हस्ताक्षर किए, तो पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले से हवाई अड्डे को बचाने के लिए श्रीनगर में इस विमान का उपयोग किया गया था।