बता दें कि बंगाल का इस्लामपुर इलाका किशनगंज(बिहार) से करीब 12 किमी दूर है। चूंकि रात थी, इसलिए पुलिस को दिशा का अंदाजा नहीं हुआ। इसी बीच अपराधियों ने गांववालों को भड़का दिया। लोगों को भड़काया गया कि पुलिस बंगाल में हो रहे चुनाव में दखल देने पहुंची है। इसके बाद भीड़ पुलिस पार्टी पर टूट पड़ी और SHO अश्विनी कुमार की जान ले ली।
कुछ पुलिसवाले मौके से भागने में सफल रहे। लेकिन SHO अपनी ड्यूटी निभाते हुए लोगों को समझाने में लगे रहे। मगर किसी ने उनकी बात नहीं सुनी और मारना शुरू कर दिया। इस मामले में पश्चिम बंगाल के पांजीपाड़ा पुलिस ने फिरोज आलम सहित 3 लोगों को हिरासत में लिया है। इस संबंध में बिहार के डीजीपी एस के सिंघल ने पं. बंगाल के डीजीपी से बातचीत की है।