Published : May 18, 2022, 08:44 AM ISTUpdated : May 18, 2022, 08:46 AM IST
गुवाहाटी. असम में लगातार बारिश से आई बाढ़ (Flood in Assam) और उससे हुए भूस्खलन(Landslide) ने तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में असम के 26 जिलों के 4.03 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण(Assam State Disaster Management Authority) की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में 50 हजार से ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (State Disaster Response Fund-SDRF), अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के अलावा असम राइफल्स व भारतीय वायु सेना (IAF) रेस्क्यू अभियान चला रहा है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित 1,658 लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए कई राहत शिविरों में शरण ली है। इस बीच असम में फिर भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान असम के कुछ हिस्सों के अलावा मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। देखें कुछ असम में बाढ़ की भीषणता दिखातीं तस्वीरें...
असम राइफल्स की श्रीकोना बटालियन (SrikonaBattalion of Assam Rifles) बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित कछार जिले के बालिचरा और बोरखोला क्षेत्रों सहित सभी जगहों पर रेस्क्यू अभियान जारी रखे हुए है।
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असम में जारी बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति को देखते हुए, असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने विभिन्न तारीखों पर निर्धारित एचएस प्रथम वर्ष की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।
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असम में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बातचीत की। शाह ने tweet करके लिखा-"असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद बने हालात को लेकर चिंतित हूं। स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा से बात की।"
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असम में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने एनडीआरएफ की टीमें भेजी हैं। लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है।
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पटरियां बह गई हैं। सेना, अर्धसैनिक बलों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, एसडीआरएफ, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवक रेस्क्यू में लगे हैं।
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असम में बाढ़ से 46 राजस्व मंडलों के 652 गांव प्रभावित हैं। 16,645.61 हेक्टेयर फसल पानी में डूब गई। सबकुछ बर्बाद हो गया है।
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ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच बह रहा है। जोरहाट जिले के नीमतीघाट और नागांव जिले के कामपुर क्षेत्र में कोपिली नदी उफान पर है।
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रेस्क्यू टीम बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने जुटी हुई है। यहां लगातार बारिश की अलर्ट जारी किया गया है।
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बारिश का आलम यह है कि हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। कई गांव तो पूरी तरह डूब गए हैं। लोगों का सबकुछ बाढ़ में बह गया।