पुलिस अफसरों के मुताबिक, सोनू जिस्मफरोशी का धंधा संगठित तरीके से करती रही है। वह फ्रीलांस कॉल गर्ल्स को क्लाइंट्स के पास भेजती, जिनमें ज्यादातर स्कूल-कॉलेज स्टूडेंट्स रहती थीं। वह व्हाट्सअप मेसेज और विडियो कॉल के जरिए कॉन्टैक्ट में रहती थीं। लड़कियों को क्लाइंट के पास भेजने का 30 फीसदी कमिशन लेती थीं, जो आमतौर पर 20 से 25 हजार रुपए होता था।